वॉल स्ट्रीट का अनुमान है कि व्यापार अनिश्चितताओं और ओपेक+ के निर्णयों के कारण तेल की कीमतें 60 डॉलर तक गिर जाएंगी।
टैरिफ और ओपेक+ अनिश्चितता के बीच वॉल स्ट्रीट संभावित तेल मूल्य गिरावट के लिए तैयार है

टैरिफ और ओपेक+ से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण तेल की कीमतों में गिरावट के लिए वॉल स्ट्रीट तैयार हो रही है।
वॉल स्ट्रीट में व्यापारी तेल की कीमतों में गिरावट के लिए तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि व्यापार नीतियों में बदलाव और ओपेक+ की आपूर्ति के संबंध में निर्णयों के कारण सतर्क बाजार भावना के बीच यह जल्द ही लगभग 60 डॉलर प्रति बैरल तक गिर सकता है।
व्यापार शुल्क और दुनिया भर में बदलती मांग जैसी भू-राजनीतिक अस्थिरताएं हाल ही में बाजार में उतार-चढ़ाव के पीछे प्रेरक शक्ति रही हैं। विशेषज्ञ इस बात पर नज़र रख रहे हैं कि क्या ओपेक+ कीमतों को ऊपर रखने के लिए आपूर्ति को सीमित करने पर अड़ा रहेगा या मांग में कमी से कीमतें नीचे आएंगी।
तेल की कीमतों में गिरावट का असर ऊर्जा कंपनियों के शेयरों के प्रदर्शन पर पड़ सकता है और मुद्रास्फीति के अनुमानों और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों की रणनीतियों में भी बदलाव हो सकता है । ट्रेडर्स और संस्थागत निवेशकों जैसे बाजार प्रतिभागी ऊर्जा क्षेत्र के परिदृश्य में बदलावों की भविष्यवाणी करने के लिए संकेतकों और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर बारीकी से नज़र रखते हैं।